हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि मारपीट करने वाले युवकों ने चिंहित कर बजरंग दल कार्यकर्ताओं से मारपीट की है। इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इधर पुलिस आरोपितों की तलाश के लिए रविवार को घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालेगी।
मारपीट में घायल हुए रक्षित, देव व मानस का कहना है कि आरोपितों ने उनके गले में भगवा गमछा देखकर रास्ते में घेर लिया। इसके बाद यह कहकर मारपीट की गई कि यहीं लोग थे, जो उस दिन दुस्साहस कर रहे थे। शुरूआत में पांच लोगों ने आकर पीटा। तीन लोगों को पकड़ा गया तो इसके बाद भीड़ उमड़ पड़ी। एकाएक पथराव शुरू कर दिया। पथराव होने से मंदिर परिसर के आसपास अफरातफरी मच गई।
जब तक पुलिस मौके पर पहुंची आरोपित फरार हो गए। हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि मजार में भगवा झंडा लगाने के बाद से समुदाय विशेष के लोग माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। इधर एसएसपी पंकज भट्ट ने दो टूक कहा है कि सांप्रदायिक माहौल बिगाडऩे की कोशिश करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। रविवार से आरोपितों को चिंहित कर कार्रवाई की जाएगी।
हंगामा बढऩे पर पहुंचे अधिकारी
काठगोदाम थाने में हंगामा बढऩे पर अधिकारी पहुंचे। बनभूलपुरा थाने के प्रभारी नीरज भाकुनी को भी थाने बुला लिया गया। वहीं सीओ भूपेंद्र सिंह धोनी के बाद एसपी सिटी भी काठगोदाम पहुंच गए थे।
सांप्रदायिक माहौल बिगडऩे से बचा
दो समुदाय से जुड़े मामले को एसएसपी पंकज भट्ट ने गंभीरता से लिया। तत्काल मौके पर एसओ प्रमोद पाठक को भेज दिया गया था। पुलिस एक आरोपित को लेकर थाने पहुंची तो हिंदूवादी संगठन से जुड़े लोग भी थाने पहुंच गए, जहां हंगामा होता रहा। लेकिन पुलिस ने आरोपित को हवालात में डाल दिया था। हंगामा बढऩे पर दो और आरोपितों को लेकर पुलिस पहुंची।