नैनीताल आने-जाने वाले वाहनों पर नजर रखने के लिए पुलिस महकमा शहर के अलग-अलग स्थानों पर सीसीटीवी और नंबर प्लेट स्कैनर लगाने की योजना बना रहा है। इससे पुलिस को वाहनों की जानकारी तो मिलेगी ही साथ ही वाहन मालिक के बारे में भी पल भर में पता लगाया जा सकेगा। पुलिस का दावा है कि इससे अपराध के रोकथाम और अपराधियों की धरपकड़ में भी मदद मिलेगी।
डीआईजी डॉ. नीलेश आंनद भरणे ने पिछले दिनों नैनीताल में क्यूआर कोड के माध्यम से पार्किंग स्थलों की जानकारी जुटाने की पहल शुरू की थी। डीआईजी का कहना है कि क्यूआर कोड सिस्टम को ही अपग्रेड करते हुए इससे सीसीटीवी कैमरे और नंबर प्लेट स्कैनर को जोड़ने की भी योजना है। फिलहाल नंबर प्लेट स्कैनर मल्लीताल में मस्जिद तिराहे के अलावा कुछ अन्य स्थानों पर लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि स्कैनर सड़क पर दौड़ने वाले वाहनों के नंबर प्लेट को रीड कर इसकी सूचना कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराएगा। इससे कंट्रोल रूम में मौजूद पुलिस कर्मी पल भर में ही संबधित वाहन स्वामी के बारे में जानकारी जुटा सकते हैं। डीआईजी का दावा है कि इससे अपराधिक घटनाओं के खुलासे और अपराधियों की धरपकड़ में भी मदद मिलेगी।
तकरीबन पांच लाख रुपये होंगे खर्च
नैनीताल। डीआईजी डॉ. नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि पांच लाख रुपये की लागत से शहर के अलग-अलग स्थानों पर कैमरे और स्कैनर लगाने की योजना है। इसके लिए डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल से भी वार्ता की गई है। उन्होंने कहा कि पर्यटन सीजन से पहले ही इसे अमल में लाए जाने का प्रयास किया जाएगा। कोटविभाग नंबर प्लेट स्कैनर लगाने पर विचार कर रहा है। नंबर प्लेट स्कैनर लगने से अपराध नियंत्रण में भी सहायता मिलेगी। यह भी पता चलेगा कि नैनीताल में कितनी गाड़ियां प्रवेश हुई व कितनी बाहर गई। इसका डाटा भी पुलिस के पास रहेगा। कंट्रोल रूम अनावश्यक रूप से नगर में चक्कर काट रहे वाहनों पर भी नजर रखेगा।
-डॉ. नीलेश आनंद भरणे, डीआईजी कुमाऊं