लालकुआ में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य दीपक पांडे ने पुतला फूंकने के दौरान बताया जब पूरा भारत कोरोना महामारी के खौफ से अपने घरों में बन्द था तब इस संस्थान में भ्रष्टाचार के इस महाघोटाले की पटकथा लिखी जा रही थी। संस्थान के कुछ पदों पर हुई नियुक्तियों के इस घोटाले की खबर अखबार पूर्व में ही विस्तार से प्रकाशित कर चुका है, जिसके बाद यह मामला अब सरकार के गले की हड्डी बनता नज़र आ रहा है। आप पार्टी ने भ्रष्टाचार के इस मुददे को प्रदेश के शिक्षा मंत्री सहित सभी जिम्मेदार लोगों को जेल भेजने की मांग करनी शुरू कर दी है। पार्टी ने भाजपा सरकार पर ओपन यूनिवर्सिटी को निजी कंपनी में बदलने का आरोप लगाया है।
RTI से हुआ भंडाफोड़ में राज्य की सरकार पूरी तरह भ्रष्टाचार में डूबी हुई सरकार अब शिक्षित बेरोजगारों का हक भी छीन रही है। सभी नियम कानूनों को धता बताकर अपने चहेतों को उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में मनमाफिक पोस्टिंग से नवाजा है, जिन लोगों को भी नियुक्ति दी गई, वो सभी मंत्री और कुलपति के अपने या RSS से जुड़े लोग हैं।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य दीपक पांडे ने कहा प्रदेश में पढ़े-लिखे युवक युवतियां नौकरियों के लिए धक्के खा रहे हैं। आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार उन बेरोजगारों का हक मारकर अपने चहेतों पर दरियादिली दिखा रही है आम आदमी पार्टी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से उच्च शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत का इस्तीफा मांगने की मांग की। इस्तीफा न दिये जाने पर कैबिनेट से हटाकर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाये।
इसके साथ ही सभी पदों पर हुई भर्तियों को तत्काल रद्द किया जाए और नए सिरे से भर्ती कर पारदर्शी तरीके से योग्य उम्मीदवारों का चयन करने, गलत तरीके से सरकारी नौकरी हड़पने वालों से सारे वेतन, भत्तों की वसूली साथ उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने, घोटाले में शामिल मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति ओमप्रकाश नेगी और अन्य सभी अधिकारी कर्मचारियों को बर्खास्त कर उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग दोहरायी है। अगर इन मांगों को नहीं माना गया तो आप पार्टी प्रदेशभर में बड़ा जनांदोलन करेगी। पुतला फुकने में प्रदेश उपाध्यक्ष बसंत कुमार, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य दीपक पांडे, संगठन मंत्री सुरेश जोशी, विधानसभा उपाध्यक्ष चंदन जोशी, सर्किल इंचार्ज प्रकाश पांडे, बूथ अध्यक्ष नूर हसन, बूथ अध्यक्ष राजेश शर्मा, बूथ अध्यक्ष नारायण सिंह, विधानसभा युवा अध्यक्ष जगदीश रौतेला, सोशल मीडिया प्रभारी देवेंद्र कार्की आदि लोग शामिल थे।