
Gayatri Jayanti 2023: वेदों की माता गायत्री दिलाती हैं कार्यों में सफलता
– फोटो : my jyotish
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जयन्ती देवी गायत्री के जन्मदिवस के उपलक्ष में मनायी जाती है. समस्त वेदों की देवी होने के कारण देवी गायत्री को वेद माता के रूप में भी जाना जाता है. आइए जानते हैं कि गायत्री जयंती पर किन कार्यों को करने से विद्यार्थी जीवन में लाभ प्राप्त हो सकता है.
शिक्षा का मिलता है वरदान
गायत्री माता का पूजन करने से व्यक्ति के भीतर ज्ञान का संचार अदभुत रुप से होता है. धर्म ग्रंथों में देवी गायत्री का विशेष स्थान रहा है. गायत्री माता के पूजन का समय प्रत्येक दिन है. लेकिन श्रावण पूर्णिमा की गायत्री जयन्ती का दिन संस्कृत दिवस के रूप में मनाया जाता है. देवी गायत्री को समस्त देवताओं की माता तथा देवी सरस्वती, देवी पार्वती एवं देवी लक्ष्मी का अवतार माना जाता है. साथ ही गायत्री मंत्र को भी गायत्री मंत्र को महामंत्र भी कहा जाता है. हिंदू धर्म में इसका महत्व सर्वोपरि माना गया है.
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गायत्री जंयती पर उपाय
गायत्री जयंती के दिन भक्तों को चाहिए कि सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि करने के बाद पूजा स्थल पर पूर्व दिशा में मुख करके गायत्री मंत्रों का जाप अवश्य करना चाहिए. गायत्री मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति को वाणि की सिद्धि भी प्राप्त होती है. कुशा या लाल रंग के आसन पर बैठ कर गायत्री माता की पूजा करनी चाहिए. देवी गायत्री के प्रत्येक मंत्र का पूजन जीवन में शुभता का स्म्चार करने वाला होता है.
जीवन में गायत्री मंत्र का जाप करने से कई प्रकार के लाभ मिलते हैं. जाप से पहले तांबे के पात्र में गंगाजल भरकर, तुलसी डाल कर इस के समक्ष बैठना चाहिए. घी का दीपक जलाकर रुद्राक्ष की माला से 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को सिद्धियों की प्राप्ति होती है.
अच्छी एवं कुशाग्र होगी बुद्धि को पाने हेतु गायत्री जप को विशेष माना गया है. इसके साथ ही मंत्र जाप करने के उपरांत जल को अपने आस पास अवश्य छिड़ना चाहिए. मान्यता है कि नियमित रूप से गायत्री जपम करने से बच्चों की बुद्धि तेज होती है. जिससे शिक्षा के क्षेत्र में उन्हें नई ऊचाइंया प्राप्त होती हैं.