840 “नशा नहीं रोजगार दो” अपनी कविताओं में आज भी जिन्दा है जनकवि गिर्दा,उत्तराखंड में आंदोलनों के पर्याय बन गए थे गिर्दा, जनगीतों में हक़ हकूक की लड़ाई की देते थे प्रेरणा by HaldwaniNews